क्या प्रदेश के कद्दावर नेता कैलाश विजयवर्गीय गिरफ्तारी के बयान से घबरा गए थे, ? आखिर क्या है सौजन्य की दुहाई से लेकर गले पड़ने तक की केमिस्ट्री का पूरा सच

शौर्य ध्वज🌳


क्या गिरफ्तारी के बयानों से घबरा गए थे ! या बुलडोजर की रफ्तार से प्रदेश की जनता समझ ही नहीं पा रही इस केमिस्ट्री के मायने ...लगाए जा रहे अलग-अलग कयासPhoto social media                                            एक ओर प्रदेश के गृहमंत्री बाला बच्चन कह चुके है , भू माफिया और अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई अभी बंद नहीं हुई है ! जिस रफ्तार से मध्य प्रदेश सरकार का बुलडोजर चल रहा है! अच्छे-अच्छे रसूखदारो के होश उड़ चुके है !


ऐसे में कैलाश जी का यह कहना कि हमारे प्रदेश में सरकार सौजन्य से चलती है,ऐसा लगता है मानो जैसे वह कमलनाथ सरकार को सौजन्य की दुहाई दे रहे हो


की भैया हमने तो सरकार सौजन्य से चलाइए है आप भी सौजन्य से चलाओ.... बात नहीं बनती देख इंदौर के एक कार्यक्रम में प्रदेश के आघोसित सुपर सीएम दिग्विजय सिंह के साथ मालवी पगड़ी की केमिस्ट्री बिठाना...


और यह कहना की हमारे प्रदेश की विशेषता है कि भले ही राजनीतिक विचारधारा अलग अलग है, लेकिन दूसरी पार्टी के नेताओं से व्यक्तिगत संबंध अच्छे रहते हैं!


लेकिन राजनीति के मंझे खिलाड़ी दिग्विजय सिर्फ मुस्कुराते रहे, उनका व्यवहार एक दम सदा हुआ और नपा तुला था,मानो जैसे कह रहे हो की प्यासा कुएं के पास आया है,


बार बार केलाश जी के इस प्रकार के बयानों से कयास लगाए जा रहे है! कहीं यह कुनबा बचाने की केमिस्ट्री तो नहीं है!  


कैलाश जी का दिग्विजय के गले पड़ना ऐसा ही था जैसे मोदी जी के गले संसद में राहुल गांधी पड़े थे ! वैसे जनता को ना ओ रास आया था ना यह रास आया !

कयास तो यह है की आखिर कैलाश जी अपने बयानों से प्रदेश की जनता को क्या संदेश देना चाहते है ! क्या जनता के हित की मैदानी लड़ाई छोड़ सिर्फ कुनबा बचाओ केमिस्ट्री के लिए पूरे प्रदेश को सौजन्य की भेट चढ़ा रहे हैं क्या ?
या उस बुलडोजर को रोकने की केमिस्ट्री है! जिसकी नजरें दो नंबर के अलावा पूरे प्रदेश के भू माफियो पर पेनी है, कैलाश जी के बार-बार एक तरफा बयान से यह केमिस्ट्री सौजन्य की कम कुनबा बचाने की ज्यादा लग रही है !


क्या गिरफ्तारी के बयान से घबरा गए थे ! कैलाश विजयवर्गीय 


भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय के खिलाफ मामला दर्ज होने के बाद जब कमलनाथ सरकार के मंत्रियों ने उनकी गिरफ्तारी की बात की तो स्थिति काफी गंभीर हो गई थी। इस दौरान श्री कैलाश विजयवर्गीय की घबराहट साफ नजर आई। हालात यह बने कि मध्यप्रदेश में वर्तमान में सक्रिय पावरफुल नेताओं के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती तक को कैलाश विजयवर्गी की गिरफ्तारी रोकने के लिए बयान देना पड़ा था। बावजूद इसके स्थिति नियंत्रण में आती नजर नहीं आ रही थी लेकिन कहते हैं ना कि राजनीति में रास्ते कभी बंद नहीं होते हैं। दिग्विजय सिंह को पगड़ी पहनाने के बाद सब कुछ सामान्य नजर आया। #साभार गूगल/Nd/

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