अमेरिकी वैज्ञानिक ने कहा कि दुनिया का सबसे शक्तिशाली मंत्र है गायत्री मंत्र अमेरिकी वैज्ञानिक डॉ. होर्ड स्टिएनगेरिल ने दुनिया के मंत्र, भजन और मंगलाचरणों का अपनी शरीर विज्ञान की प्रयोगशाला में गहन परीक्षण करने के बाद गायत्री मंत्र को विश्व की सबसे प्रभावशाली प्रार्थना माना है। उन्होंने पाया कि गायत्री मंत्र से सेकेण्ड 1,10,000 ध्वनि तरंगें उत्पन्न करता है, जो सभी भजनों में सबसे ज्यादा हैं। उन्होंने पाया कि गायत्री मंत्र में विभिन्न आवृत्तियाँ (फ्रीक्वेंसी) के मिश्रण से विशेष आध्यात्मिक शक्तियों को विकसित करने की क्षमता विद्यमान है। • हम्बो विश्वविद्यालय ने गायत्री मंत्र के शरीर और मन पर पड़ने वाले प्रभावों पर शोधकार्य आरम्भ कर रहे हैं। गायत्री मंत्र पर हमारे यहां भारत में भी हो चुके हैं, विश्वनीय शोध, AIIMS वर्ष 1998 से गायत्री मंत्र पर Research कर रहा है.
सबसे पहले AIIMS के Doctors ने 25 से 30 वर्ष के पुरुषों पर ये प्रयोग किया था. और 9 महीने तक ये रिसर्च की गई थी इसके बाद 5 वर्षों तक इसके Data का अध्ययन किया गया. इसके तहत दिमाग के आगे के हिस्से में होने वाले बदलावों का अध्ययन किया गया था. आपको जानकर आश्चर्य होगा कि AIIMS की एक Doctor और IIT के एक वैज्ञानिक ने कई वर्षों तक Research करने के बाद ये निष्कर्ष निकाला है कि हर रोज़ कुछ समय तक लगातार गायत्री मंत्र पढ़कर बौद्धिक क्षमता का अनंत विस्तार किया जा सकता है. गायत्री मंत्र ऋग्वेद के तीसरे मंडल के 62वें सूक्त में मौजूद 10वां श्लोक है. ये हज़ारों वर्ष पुराना वैदिक मंत्र है,
जिसकी रचना त्रेता युग में ऋषि विश्वामित्र ने की थी. इस मंत्र में ईश्वर का ध्यान करते हुए ये प्रार्थना की गई है कि ईश्वर हमें प्रकाश दिखाए और सच्चाई की तरफ ले जाए. वेदों पर Research करने वाले भारत और दुनिया के विद्वानों ने गायत्री मंत्र को ऋग्वेद के सबसे प्रभावशाली मंत्रों में से एक माना है. हमारे देश में सदियों से लोगों के बीच ये मान्यता है कि विद्यार्थियों को गायत्री मंत्र का पाठ करना चाहिए, क्य़ोंकि इससे दिमाग तेज़ होता है. गायत्री मंत्र पर AIIMS की Research भी यही कहती रही है.