वन रक्षक की बहादुरी,,, अवैध कटाई के आरोप में अपने ही अफसरों रेंजर, डिप्टी रेंजर सहित , 11 अन्य मजदूरों को रंगे हाथ पकड़ा,,, रक्षक ही भक्षक

छत्तीसगढ़ की कांग्रेस शासित भूपेश सरकार में क्या चल रहा है, उसकी एक बानगी छत्तीसगढ़ के जंगलों में देखने को मिली, कोरबा के जंगल में जहां सरकार की नाक के नीचे, सत्ता के मौन संरक्षण में रक्षक ही भक्षक बन बैठे हैं!


सरकार सो रही,,, अवैध कटाई हो रही,,,  वन रक्षक बना मिशाल,,,


बीट गार्ड ने रेंजर को कहा खड़े-खड़े वर्दी उतरवा दूंगा….! अवैध बांस कटाई पर आमने सामने हुए बीट गार्ड और रेंजर….अफसर को  कोरबा 17 जुलाई 2020। ….ऐसा शायद ही कभी हुआ होगा, जो गुरुवार को कोरबा में हो गया। कटघोरा वनमंडल के एक बीट गार्ड ने अपने अपने अफसर के खिलाफ ही कार्रवाई कर दी।


कटघोरा वनमंडल के इस हैरान कर देने वाले वाकये में रेंजर व डिप्टी रेंजर सहित 11 लोगों पर बीट गार्ड ने कार्रवाई की है। इस पूरे मामले का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया है। दरअसल ये पूरा मामला कटघोरा वनमंडल में बांस की अवैध कटाई का है। अवैध कटाई को लेकर बांकीमोंगरा हल्दीबाड़ी क्षेत्र के बीट गार्ड और रेंजर आमने-सामने आ गये।


पूरी निष्ठा के साथ अपने कर्तव्य का पालन करता वनरक्षक,,,



अवैध कटाई करते बीट गार्ड ने रेंजर सहित डिप्टी रेंजर और 11 मजदूरों को रंगे हाथों पकड़ लिया, जिसके बाद वन अधिनियम के तहत सभी पर मामला बना दिया गया। जानकारी के मुताबिक बांकीमोंगरा स्थित हल्दीबाड़ी बीट का है।


यहां कटघोरा परिक्षेत्र के रेंजर मृत्युंजय सिंह द्वारा 16 जुलाई को हल्दीबाड़ी स्थिति बांस बाड़ी में 11 मजदूरों को लाकर 353 नग बांस की कटाई करवा दी गई। बांस की कटाई के वक़्त वहां का बीट गार्ड शेखर रात्रे विभागीय आदेश पर मरवाही ट्री गार्ड लेने गया हुआ था।  आज सुबह जब शेखर रात्रे वापस अपने कार्य स्थल पर पहुंचा तो मौके पर बांस की कटाई के लिए आज भी मजदूर बांस बाड़ी में पहुचे हुए थे।


बिना किसी वैधानिक आदेश के बांस की कटाई किये जाने को लेकर बीट गार्ड गुस्से में आ गया और उसने पहले तो मौके पर मौजूद मजदूरों से कुल्हाड़ी जप्त कर वन अधिनियम के तहत मामला बनाया गया और फिर मौके पर बीच बचाव करने पहुचे रेंजर मृत्युंजय सिंह के साथ भी जमकर बहस हो गयी। बीट गार्ड शेखर रात्रे ने रेंजर से जब बांस कटाई करने की जानकारी चाही गई तो रेंजर ने DFO के कहने पर बांस की विभागीय कार्य के लिए बांस की कटाई किये जाने की जानकारी दी गई। लेकिन लिखित आदेश मांगे जाने पर रेंजर मृत्युंजय सिंह बीट गार्ड को कुछ भी नही दिखा सके।


बस फिर क्या था बीट गार्ड शेखर ने रेंजर मृत्युंजय सिंह को भी अवैध बांस कटाई करने का आरोपी बना दिया गया। पंचनामा में हस्ताक्षर करने को लेकर बीट गार्ड और रेंजर के बीच जमकर तू-तू मैं मैं हो गया। इस पूरे मामले में जब कटघोरा DFO समा फारुखी से जानकारी चाही गई तो उनके मोबाइल पर रिंग बजता रहा, लेकिन DFO में कॉल रिसीव नहीं किया। खैर इस पूरे मामले में DFO का क्या रोल है ये तो जांच के बाद ही सामने आएगा।  


अब ऐसे में ये देखने वाली बात होगी कि अगर बांस की कटाई अवैध तरीके से करवाई जा रही थी तो इस पूरे मामले में किस पर गाज गिरती है ये तो आने वाला वक़्त ही बताएगा।


https://youtu.be/M_DFSs5slY8


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